2004 के लोकसभा चुनाव में ‘पेड न्यूज’ शब्द से परिचय हुआ था, जब अखबारों में राजनैतिक पार्टियों की प्रचार सामग्री को इस तरह छापा जाने लगा, मानो वे छान बीन कर बनाई गई शुद्ध खबरें हों और भोला-भाला पाठक उस पर विश्वास करने लगे। यह विचार कहाँ से उपजा, यह बात साफ नहीं हुई। भाजपा […]